#Janmashtami आज का दिनः 26 जुलाई 2024, जीवन में खुशियों के लिए बाल स्वरूप श्रीकृष्ण की पूजा करें!

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी.... 27 जुलाई 2024
* मासिक कृष्ण जन्मोत्सव- 00:17 से 01:00, 28 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ-  21:19, 27 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी समाप्त- 19:27, 28 जुलाई 2024

श्रीविष्णु के विविध स्वरूपों की नामावली का प्रतिदिन प्रात: स्मरण करने से कामयाबी के रास्ते खुल जाते हैं...
अच्युतं, केशवं, राम, नारायणं, कृष्ण, दामोदरं, वासुदेवं हरे।
श्रीधरं, माधवं, गोपिका वल्लभं, जानकी नायकं श्री रामचन्द्रं भजे।।
श्रीकृष्ण के भक्त प्रत्येक कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मासिक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाते हैं, श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर बच्चों को श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप  में सजाया-संवारा जाता है. जीवन में विविध उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए श्रीकृष्ण के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है, इसी क्रम में जीवन में खुशियों के लिए बाल स्वरूप श्रीकृष्ण की पूजा करें!
धर्मधारणा के अनुसार... जीवन में सांसारिक समस्याओं से मुक्ति चाहिए तो श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना सर्वोत्तम है. 
जीवन में अलग-अलग तरह की समस्याओं, परेशानियों से मुक्ति के लिए श्रीविष्णु के अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है...
* श्रीहरि के नाम जाप से पाप मुक्ति मिलती है.
* प्रजापति के नाम जाप से मंगल कार्य सम्पन्न हो जाते हैं.
* चक्रधर की आराधना से विजय प्राप्त होती है.
* त्रिविक्रम के स्मरण से उद्देश्यपूर्ण यात्राएं सफल होती हैं.
* श्रीविष्णु के नाम जाप से औषधि का प्रभाव बढ़ जाता है.
* दामोदर के स्मरण से बंधन-मुक्ति मिलती है.
* नृसिंह का नाम शत्रुओं के षड्यंत्र से रक्षा करता है.
* ऋषिकेश का नाम भयमुक्त करता है. 
* श्रीराम पूजन विजय देने वाला है.
* वासुदेव का स्मरण प्राकृतिक प्रकोपों से बचाता है.
* सर्वेश्वर का स्मरण सार्वजनिक जीवन में सफलता प्रदान करता है.
* बलभद्र का नाम जाप निर्विघ्न कार्य सिद्धि प्रदाता है.
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 26 जुलाई 2024
* कालाष्टमी - 27 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ - 21:19, 27 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी समाप्त - 19:27, 28 जुलाई 2024

 * सूर्योदय 06:00, सूर्यास्त 19:18
* चन्द्रोदय 22:58, चन्द्रास्त 10:53
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना आषाढ़, पूर्णिमान्त महीना श्रावण
* वार शुक्रवार, पक्ष कृष्ण, तिथि षष्ठी - 23:30 तक, नक्षत्र उत्तर भाद्रपद - 14:30 तक, योग सुकर्मा - 01:32, (27 जुलाई 2024) तक, करण गर - 12:42 तक, द्वितीय करण वणिज - 23:30 तक
* सूर्य राशि कर्क, चन्द्र राशि मीन
* राहुकाल 10:59 से 12:39
* अभिजीत मुहूर्त 12:12 से 13:05
शुक्रवार चौघड़िया- 26 जुलाई 2024
* दिन का चौघड़िया
चर - 06:00 से 07:39
लाभ - 07:39 से 09:19
अमृत - 09:19 से 10:59
काल - 10:59 से 12:39
शुभ - 12:39 से 14:18
रोग - 14:18 से 15:58
उद्वेग - 15:58 से 17:38
चर - 17:38 से 19:18 
* रात्रि का चौघड़िया
रोग - 19:18 से 20:38
काल - 20:38 से 21:58
लाभ - 21:58 से 23:19
उद्वेग - 23:19 से 00:39
शुभ - 00:39 से 01:59
अमृत - 01:59 से 03:19
चर - 03:19 से 04:40
रोग - 04:40 से 06:00 
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

राष्ट्रपति भवन के ’दरबार हॉल’ और ’अशोक हॉल’ का नाम बदला....
नई दिल्ली. राष्ट्रपति भवन के प्रतिष्ठित ’दरबार हॉल’ और ’अशोक हॉल’ का नाम बदलकर गुरुवार को ’गणतंत्र मंडप’ और ’अशोक मंडप’ किया गया। ये हॉल विभिन्न प्रमुख समारोहों के आयोजन स्थल हैं। 
राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी बयान के हवाले से खबरों में कहा गया है कि.... राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति कार्यालय और निवास राष्ट्र के प्रतीक हैं और जनता की एक अमूल्य विरासत हैं, इन्हें जनता के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, राष्ट्रपति भवन के माहौल को भारतीय सांस्कृति मूल्यों और लोकाचार के अनुरूप बनाने के निरंतर प्रयास किए गए, इसी क्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन के दो प्रतिष्ठित हॉल ’दरबार हॉल’ का नाम बदलकर ’गणतंत्र मंडप’ और ’अशोक हॉल’ का नाम बदलकर ’अशोक मंडप’ किया है!
राजस्थान सरकार द्वारा चिकित्सा विभाग के 50 हजार पदों पर भर्ती की जा रही है!
जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार आमजन को समुचित एवं गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस समय राज्य सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती और लक्ष्य प्रदेश के समस्त चिकित्सा संस्थानों में रिक्त पदों को शीघ्र भरकर चिकित्सा सेवाओं को बेहतर और सुलभ बनाना है। इसी दिशा में राज्य सरकार द्वारा चिकित्सा विभाग के 50 हजार पदों पर भर्ती की जा रही है।
36 हजार वरिष्ठजनों को तीर्थ यात्रा करायी जाएगी, 100 करोड़ रुपये खर्च कर खाटूश्यामजी मंदिर को भव्यता प्रदान की जाएगी, 23 मंदिरों एवं 3 जनजाति आस्था केंद्रों के विकास कार्य करवाये जायेंगे 
जयपुर. देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के अंतर्गत इस साल 36 हजार वरिष्ठजनों को तीर्थ यात्रा करायी जाएगी। राज्य सरकार 100 करोड़ रुपये खर्च कर खाटूश्यामजी मंदिर को भव्यता प्रदान करेगी। साथ ही, 23 मंदिरों एवं 3 जनजाति आस्था केंद्रों के विकास कार्य करवाये जायेंगे।
देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत राज्य विधान सभा में देवस्थान विभाग (मांग संख्या—37) की अनुदान मांग पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। चर्चा के बाद सदन ने देवस्थान विभाग की 85 करोड़ 22 लाख 81 हजार रूपये की अनुदान मांगे ध्वनिमत से पारित कर दी।   
श्री कुमावत ने कहा कि देवस्थान विभाग के मंदिरों में राजस्थान के अलावा देश-विदेश के लाखों पर्यटक रोजाना दर्शनार्थ आते है। जिससे राज्य की आर्थिक आय में भी वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि देवस्थान विभाग 390 प्रत्यक्ष प्रभार एवं 203 आत्मनिर्भर कुल 593 मंदिरों का प्रबंधन करता है। 
देवस्थान मंत्री ने कहा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के दर्शन हेतु 4 ट्रेनों का संचालन किया जाकर 2999 वरिष्ठ जन को लाभान्वित किया जा चुका है। हमारी सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 में भी योजनान्तर्गत 36 हजार वरिष्ठजनों को यात्रा करायी जाएगी जिसमें रेल द्वारा 15 हजार वरिष्ठजनों को अयोध्या एवं 15 हजार वरिष्ठजनों को विभिन्न तीर्थ स्थल, रामेश्वरम, जगन्नाथपुरी, वैष्णोदेवी-अमृतसर, गंगासागर, तिरूपति, कामख्या, मथुरा-वृंदावन, मथुरा-अयोध्या इत्यादि एवं 6 हजार वरिष्ठजनों को पशुपतिनाथ, काठमांडू (नेपाल) की हवाई यात्रा कराई जाएगी।
श्री कुमावत ने कहा कि देवस्थान विभाग द्वारा नन्दन कानन योजना के तहत विभिन्न स्वायत संस्थाओं, भामाशाहों तथा जिले के डीएमएफटी फण्ड के माध्यम से प्रदेश के मंदिरों की रिक्त भूमि पर सघन वृक्षारोपण कर उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित की जा रही है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु मंदिरों पर आधारभूत सुविधाये विकसित की जाकर देवस्थान विभाग के अधीन 50 मंदिरों को इस वर्ष पर्यटन विभाग की वेबसाईट व नक्शे से जोड़ने की कार्यवाही की जा रही है। जिससे राजस्थान में पर्यटन को बढावा मिले। विभाग द्वारा 9 मंदिरों यथा मंदिर श्री कुशल बिहारी जी बरसाना, मंदिर श्री गणेश जी रातानाडा जोधपुर, मंदिर श्री कैला देवी झील का बाड़ा बयाना भरतपुर, मंदिर श्री माताजी मावलियान जयपुर, नीमच माता उदयपुर, नागणेची माता मंदिर बीकानेर, बृजनिधी चांदनी चौक जयपुर, बिहारी जी भरतपुर एवं मथुराधीश जी अलवर में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है।
श्री कुमावत ने कहा कि देवस्थान विभाग मंदिर संस्कृति एवं प्रतिष्ठता को उत्कृष्टता की ओर ले जाने हेतु प्रतिबद्ध है। पर्यटन विकास की दृष्टि से प्रदेश में पैनोरमा निर्माण तथा महत्वपूर्ण स्मारकों, मंदिरों के संरक्षण, जीर्णोद्धार कार्य सहित अन्य सुविधाएं राशि रूपये 140 करोड़ की लागत से विकसित की जायेगी। 
उन्होंने बताया कि खाटूश्यामजी को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रूपये की घोषणा की गयी  है। राज्य में मंदिरों के जीर्णोद्धार व धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 23 मंदिरों को एवं 3 जनजाति आस्था केन्द्रों के विकास कार्य करवाये जायेंगे। 
देवस्थान मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने गोविन्ददेव जी सहित 14 मंदिरों के विकास हेतु बजट घोषणा की थी जिसे पूर्ण नही किया जा सका। उन्होंने सदन को विश्वास दिलाया कि प्रदेश के ऐसे 20 मंदिरों एवं आस्था केन्द्रों के विकास कार्य, आगामी वर्ष में 300 करोड़ रूपये की राशि से करवाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सकारात्मक सोच रखते हुए भविष्य में भी मंदिरों के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु विकास कार्य कराने हेतु कृत संकल्प है। 

हाईटेक बनें परिवहन विभाग के उड़नदस्ते, उपमुख्यमंत्री ने दिखाई कैमरों से लैस उड़नदस्तों को हरी झंडी पायलट प्रोजेक्ट के तहत 2 उड़नदस्तों पर लगे कैमरे....
जयपुर. उप मुख्यमंत्री व परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने गुरुवार को परिवहन मुख्यालय से हाईटेक कैमरों से लैस उड़नदस्ता वाहनों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा सभी विभागों में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की दिशा में कार्य किया जा रहा है। परिवहन विभाग के द्वारा भी विभाग की गतिविधियों को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए उदानदस्तों पर डैश कैम एवं इन पर तैनात कार्मिकों की यूनिफ़ॉर्म पर बॉडी कैम लगवाये गये है। इससे उड़नदस्तों के साथ होने वाले हादसों, मारपीट के घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
उल्लेखनीय है कि उप मुख्यमंत्री ने गत बैठक में विभाग के उड़नदस्तों पर कैमरे लगवाने के निर्देश दिये गये थे, जिसके बाद पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दो उड़नदस्ता वाहनों पर आगे -पीछे  कैमरा एवं इन उड़नदस्तों पर तैनात कार्मिकों की यूनिफ़ॉर्म पर बॉडीकैम पर लगवाये गये हैं। ये दोनों वाहन जयपुर आरटीओ प्रथम एवं जयपुर आरटीओ द्वितीय को आवंटित किये गये है। इन कैमरों में संग्रहित होने वाला डाटा नोन डिलेक्टऐबल फ़ॉर्मेट में होगा अर्थात् उड़नदस्तों द्वारा इन्हे डिलीट नहीं किया जा सकेगा। इससे पूर्व उपख्यमंत्री को परिवहन गार्ड्स द्वारा सलामी  दी गई।
ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक पर प्रेजेंटेशन का अवलोकन....
इससे पूर्व उपमुख्यमंत्री ने निजी फ़र्मों द्वारा तैयार ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक सॉफ्टवेयर पर प्रेजेंटेशन का अवलोकन किया। उन्होंने ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक की  तकनीकी ख़ामियों को दूर करने के निर्देश दिये। 
इस अवसर पर परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती श्रेया गुहा, परिवहन आयुक्त डॉ. मनीषा अरोडा सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहें।
पद के दुरुपयोग के 20 परिवादों पर जांच की स्वीकृति प्राप्त - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो को पद के दुरूपयोग के संबंध में 254 परिवाद प्राप्त हुए, जिनमें से 20 परिवादों में संबंधित विभागाध्यक्ष से जाँच की अनुमति प्राप्त हुई।   
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्न का भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि 31 मर्इ 2024 तक रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े गए कुल 182 अधिकारियों व कर्मचारियों की अभियोजन स्वीकृति लंबित है।
इससे पहले विधायक शान्ती धारीवाल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को 31 मई 2024 तक कुल 10 हजार 128 परिवाद प्राप्त हुए। इन परिवादों में से 254 परिवादों में अनुसंधान हेतु विभागाध्यक्ष से अनुमति मांगी गई है। जिसकी सूची उन्होंने सदन के पटल पर रखी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 254 जाँच योग्य परिवादों के अनुसंधान हेतु विभागाध्यक्ष से अनुमति मांगे जाने पर कुल 20 परिवादों पर अनुमति प्राप्त हुर्ई है।
प्रदेश में 2 हजार 843 गौशालाओं को अनुदान के लिए 653.65 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गयी है
जयपुर. गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 22 जुलाई तक प्रदेश में 2 हजार 843 गौशालाओं को अनुदान के लिए 653.65 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गयी है। एक हजार 987 गौशालाओं को 238.7 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 210 गौशालाओं को 27.38 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है।
गोपालन मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2023-24 में पात्रता की शर्त पूर्ण करने वाली गौशालाओं को 3 करोड़ 51 लाख 63 हजार 225 रुपए सहायता राशि का भुगतान किया जा चुका है। 
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में वित्तीय वर्ष 2023-24 के द्वितीय चरण में पात्रता की शर्त पूर्ण करने वाली 9 गौशालाओं को एक करोड़ 16 लाख 14 हजार 500 रुपए सहायता राशि की वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस राशि का भुगतान भी शीघ्र कर दिया जाएगा।
उन्होंने सदन को बताया कि बारिश के समय पर्याप्त मात्र में घास उपलब्ध होने के कारण गौशालाओं को वर्ष में 9 माह का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि यह अनुदान अप्रैल से जुलाई और नवम्बर से मार्च के बीच 2 चरणों में दिया जाता है।
इससे पहले विधायक बाबूसिंह राठौड़ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में गोपालन मंत्री ने बताया कि शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 13 पंजीकृत गौशालाओं में कुल 4 हजार 831 गौवंश संधारित है। उन्होंने इनका संख्यात्मक विवरण सदन के पटल पर रखा।
गोपालन मंत्री ने बताया कि वर्तमान में बडे़ गौवंश हेतु 40 रूपये तथा छोटे गौवंश हेतु 20 रूपये प्रति गौवंश प्रति दिन की दर से सहायता राशि 270 दिवस की दिये जाने का प्रावधान है। साथ ही गौशालाओं में अंधे एवं अपाहिज गौवंश तथा नंदीशालाओं में संधारित नर गौवंश को उक्त समान दर पर 12 माह की सहायता दिये जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि पात्र गौशालाओं का अनुदान वित्तीय संसाधनों की उपलब्धतानुसार बढ़ाया जाता है।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी, उद्यम प्रोत्साहन योजना, 26 जुलाई 2024 को घाटोल में विशेष जागरुकता शिविर
बांसवाडा. डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी, उद्यम प्रोत्साहन योजना- 2022 अन्तर्गत 26 जुलाई को पंचायत समिति सभागार घाटोल में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगा।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने बताया कि शिविर में योजना की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की जायेगी। 
योजना में पात्रता के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग से सम्बंधित होना चाहिए तथा आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। 
भागीदारी एवं एलएलपी फर्म्स, सरकारी समिति एवं कम्पनी के मामलों में आवेदक संस्थान में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के व्यक्तियों का 51 प्रतिशत अथवा अधिक स्वामित्व होना चाहिए।
योजनान्तर्गत अधिकतम ऋण विनिर्माण क्षेत्र में 10 करोड, सेवा क्षेत्र में 5 करोड एवं व्यापार क्षेत्र में 1 करोड रूपये तक ऋण एवं 25 लाख रूपये से कम के ऋण पर 9 प्रतिशत ब्याज अनुदान एवं 25 लाख से 5 करोड रूपये तक 7 प्रतिशत एवं 5 करोड से 10 करोड रूपये तक के ऋण पर 6 प्रतिशत ब्याज अनुदान देय है साथ ही परियोजना लागत की 25 प्रतिशत अथवा 25 लाख रूपये मे से जो भी कम हो तक मार्जिन मनी अनुदान भी देय है।
कृषि उद्यमों के श्रेष्ठ कृषकों को चयन के लिए आवेदन आंमत्रित
बांसवाडा. कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम (आत्मा) योजनान्तर्गत प्रत्येक वर्ष कृषि उद्यमों के श्रेष्ठ कृषकों को राज्य, जिला तथा पंचायत समिति स्तर पर चयन कर पुरस्कृत किये जाने का प्रावधान है। 
राज्य, जिला तथा पंचायत समिति स्तरीय प्रत्येक पुरस्कार में क्रमशः 50000, 25000 एवं 10000 रुपये तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा।
इस हेतु जिले की प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर गतिविधिवार कृषि से सम्बद्ध निम्नलिखित पांच गतिविधियों यथा 1. कृषि, 2. उद्यानिकी, 3. पशुपालन एवं डेयरी, 4. जैविक खेती, 5. नवाचार खेती में इस प्रकार एक-एक कृषक का चयन किया जायेगा। पंचायत समिति स्तर पर चयनित कृषकों में से 10 श्रेष्ठ कृषकों (प्रत्येक गतिविधि हेतु 2 कृषक) को जिला स्तर पर चयनित किया जावेगा। राज्य स्तर के पुरस्कार हेतु जिला स्तर पर प्रथम स्तर के चयनित सर्वश्रेष्ठ कृषकों में से प्रत्येक गतिविधि हेतु दो-दो कृषकों (10 कृषक) का चयन किया जाना है।
जिन कृषकों को पूर्व में आत्मा योजनान्तर्गत पुरस्कार से पुरस्कृत किया जा चुका है वे कृषक वर्ष 2024-25 के पुरस्कार हेतु पात्र नही है। इस हेतु कृषक अपने खेत पर किये गये उत्कृष्ट कार्यो की पूर्ण जानकारी सीडी मय फोटोग्राफ, प्रमाण पत्र आदि सभी जानकारी सहित आवेदन पत्र अपने निकट कृषि पर्यवेक्षक/सहायक कृषि अधिकारी/सहायक निदेशक कृषि (विस्तार)/पशुपालन विभाग/उद्यान विभाग के माध्यम से प्रस्तुत कर सकते है।
पुरस्कार हेतु कृषक स्वंय अथवा अन्य किसी के माध्यम से प्रस्ताव दिनांक 31 अगस्त 2024 तक उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक, आत्मा, बांसवाडा को प्रस्तुत कर सकता है।



 

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