* भौतिक सुख प्राप्ति हेतु श्रीविष्णुदेव की आराधना के लिए नियमित रूप से किए जाने वाले व्रतों में एकादशी का सर्वाधिक महत्व है.
* भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए यह व्रत किया जाता है.
* एक वर्ष में कुल चौबीस एकादशी होती हैं, जिस वर्ष अधिक मास होता है उस वर्ष कुल छब्बीस एकादशी होती हैं.
* सभी एकादशियां अलग-अलग नामों से जानी जाती हंै तथा इनका अलग-अलग महत्व भी होता है.
* एकादशी व्रत के दिन भोजन नहीं किया जाता है, चाहे तो फलाहार ग्रहण कर सकते हैं.
* प्रात: पवित्र स्नान के बाद श्रीविष्णुदेव की पूजा करनी चाहिए और दिन भर यथासम्भव... ऊँ नमो नारायणाय, का जाप करना चाहिए।
* एकादशी व्रत करने से मानसिक और शारीरिक कष्ट दूर होते हैं.
* कम-से-कम एक वर्ष पूरा होने पर एकादशी व्रत का उद्यापन करना चाहिए.
* गुरु ग्रह से संबंधित कामकाज में कामयाबी के लिए नियमित रूप से श्रीविष्णुदेव की पूजा करें...
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 31 जुलाई 2024
* सूर्योदय06:02, सूर्यास्त 19:15
* चन्द्रोदय 02:43, (1 अगस्त 2024) चन्द्रास्त 16:06
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना आषाढ़, पूर्णिमान्त महीना श्रावण
* वार बुधवार, पक्ष कृष्ण, तिथि एकादशी - 15:55 तक, नक्षत्र रोहिणी - 10:12 तक, योग ध्रुव - 14:14 तक, करण बालव - 15:55 तक, द्वितीय करण कौलव - 03:39, (1 अगस्त 2024) तक
* सूर्य राशि कर्क, चन्द्र राशि वृषभ - 22:15 तक
* राहुकाल 12:38 से 14:18
* अभिजित मुहूर्त - नहीं
बुधवार चौघड़िया- 31 जुलाई 2024
* दिन का चौघड़िया
लाभ - 06:02 से 07:41
अमृत - 07:41 से 09:20
काल - 09:20 से 10:59
शुभ - 10:59 से 12:38
रोग - 12:38 से 14:18
उद्वेग - 14:18 से 15:57
चर - 15:57 से 17:36
लाभ - 17:36 से 19:15
* रात्रि का चौघड़िया
उद्वेग - 19:15 से 20:36
शुभ - 20:36 से 21:57
अमृत - 21:57 से 23:18
चर - 23:18 से 00:39
रोग - 00:39 से 02:00
काल - 02:00 से 03:20
लाभ - 03:20 से 04:41
उद्वेग - 04:41 से 06:02
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
* बांसवाड़ा समाचार
स्वाधीनता दिवस समारोह 2024 : समारोह के आयोजन संबंधी ली बैठक,विभागों को सौपे दायित्व
बांसवाडा. जिला कलक्टर इन्द्रजीत यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्ट सभागार में स्वाधीनता दिवस समारोह 2024 के आयोजन व तैयारियों को लेकर बैठक ली और संबंधी विभाग को दायित्व सौपे।
बैठक में जिला कलक्टर ने सभी विभागों को आपसी तालमेल व समन्वयन रखते हुए स्वाधीनता दिवस समारोह गरिमापूर्ण तरीके व देशभक्ति गीतों के समावेश के साथ मनानें के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता दिवस को पूरे जिले में उमंग व उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर अभीषेक गोयल ने 15 अगस्त के आयोजन के लिये विभागावार जिम्मेदारी देते हुए सभी कार्य को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये। बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार रिहर्सल 5 से 12 अगस्त करने एवं 13 अगस्त को मुख्य रिहर्सल करने, रिहर्सल के दौरान पानी,छाया की व्यवस्था करने के भी निर्देश नगरपरिषद को दिये।
बैठक में बताया कि 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर रंगमंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन चन्द्रपोल गेट स्थित राजकीय बालिका सीनियर सैकण्डरी स्कूल द्वारा तैयार करवाया जाएगा ।
बैठक में अतिथियों के स्वागत की व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक व्यवस्था, निमंत्रण पत्र मुद्रण एवं वितरण व्यवस्था, प्रशस्ति पत्र, व्यायाम प्रदर्शन, सामूहिक नृत्य, स्काउट प्रदर्शन, माईक लाईट व पेयजल व्यवस्था, बैठक व्यवस्था,बेरिकेडिंग, सुरक्षा, व्यवस्था,यातायात व्यवस्था, बच्चों को लाने ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था, शहर में रोशनी एवं सजावट व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर विभागवार जिम्मेदारियां तय करते हुए सभी प्रारंभिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कोचिंग एवं अन्य व्यवसायिक संस्थानों के बेसमेंट एरिया में अनहोनी रोकने हेतु संभागीय आयुक्त ने दिये संभाग की तीनों नगर परिषद को निर्देश
दिल्ली की कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में हुई दुर्घटना को देखकर लिया संज्ञान।
बांसवाड़ा. मंगलवार को बांसवाड़ा संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने दिल्ली के कोचिंग एरिया संस्थान के बेसमैंट में हुई दुर्घटना पर संज्ञान लेते हुए नगर परिषद बांसवाड़ा, डूंगरपुर एवं प्रतापगढ़ को निर्देश दिये कि नगर परिषद क्षेत्र की समस्त कोचिंग एवं व्यवसायिक संस्थानों की जांच करेें एवं बेसमेंट एरिया में पार्किंग के अलावा यदि कोई अन्य गतिविधि संचालित है तो उसे रोकने हेतु नियमानुसार कार्यवाही करे साथ ही शहरवासियों में इस संबंध में जागरुकता लाने हेतु प्रयास करें जिससे संभाग बांसवाड़ा में इस प्रकार की घटना न हो एवं बच्चे सुरक्षित माहौल में अपना अध्ययन जारी रखे। साथ ही संभागीय आयुक्त ने निर्देश दिये कि आपातकालीन दिशा निर्देशो को ध्यान में रखते हुए शिक्षण एवं अन्य व्यवसायिक गतिविधियां संचालित हो तथा संस्थानों में आपातकालीन उपकरण यथा अग्निशामक यंत्र, आपातकालिन निकासी द्वार आदि का भी प्रबंध सुनिश्चित हो।
विभागीय कार्यो की समीक्षात्मक बैठक ली, दिये निर्देश- सड़कों पर जल भराव का तत्काल करें समाधान
बांसवाडा. जिला कलक्टर डॉ श्री इन्द्रजीत यादव ने मंगलवार को विभागीय कार्यो की साप्ताहिक बैठक ली। जिला कलक्टर ने बैठक में विभागीय कार्यो की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कहा कि वे विभागीय कार्य में लापरवाही करने वाले के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाएं।
यह निर्देश मंगलवार को सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के वीसी कक्ष में आयोजित बैठक में दिये। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर अभीषेक गोयल सहित विभागीय अधिकारीगण मौजूद थे।
बैठक में सिकल सेल एनीमिया परीक्षण स्थिति एवं कार्ड वितरण कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये और कहा कि जिस ब्लॉक में कम प्रगति है उसे नोटिस देते हुए रिपोर्ट दे।
बैठक में पेन्शन व पालनहार वेरीफिकेशन(सत्यापन) में आनन्दपुरी, बागीदौरा व अरथुना में कम प्रगति पर फटकार लगाते हुए कहा कि काम में तेजी लाए और प्राथमिकता से पूरा करे। बैठक में जनसुनवाई व सम्पर्क पोर्टल पर लम्बित प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें निस्तारण करने और रिपार्ट ऑन लाईन करने के निर्देश दिये।
बैठक में लम्बित परिवादों में संबंधी विभागीय अधिकारियों से कहा कि वे इन प्रकरणों की पुख्ता जांच कर समाधान करें और यह भी देखे की प्रकरण की वास्तविकता आधार क्या है ओर कोई प्रकरण बिना कारण से लम्बित है उन्हें खारीज करें ताकि ऑन लाईन लम्बित न रहंे। बैठक में जिला कलक्टर ने बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए शहर के नाली, नालों की पर्याप्त साफ - सफाई करने और कचरों के ढेर को हटवानें के लिए नगरपरिषद को निर्देश दिये। उन्होंने सडको पर जल भराव की समस्या को लेकर भी पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने गावों व ग्राम पंचायतों में कचरें के ढेर को हटवाने व सडको पर पानी के भर जाने की समस्या का समाधान करने के लिये विकास अधिकारी को निर्देश दिये।
बैठक में क्षतिग्रस्त भवनों में बच्चों को नही बिठाने और स्कूलों व आगनवाडी केन्द्रों के भवनों की छतों की पर्याप्त साफ- स्फाई करने के भी निर्देश दिये। बैठक में बिजली विभाग के अधिकारियों से विद्युत संबंधी उच्च जोखिम बिंदु का चिन्हांकन एवम् सौर्य करने संबंधी ब्लॉकवार सूची, आगनवाडी केन्द्रों व स्कूलों जहा बिजली कनेक्शन नही है उसकी सूची के आधार पर डिमाण्ड जारी करते हुए कनेक्शन कार्य को शीध्र पूरा करने,वृक्षारोपण कार्य में तेजी लाने,जनसुनवाई पेंडेंसी, संपर्क पेंडेंसी को गंभीरता के साथ पूरा करने के निर्देश दिये।
स्वाधीनता दिवस समारोह-2024 (15 अगस्त, 2024) : विशिष्ठ सेवाओं के लिये आवेदन 8 अगस्त तक
बांसवाडा. स्वाधीनता दिवस, 2024 (15 अगस्त, 2024) के अवसर पर जिला कलक्टर द्वारा राजपत्रित तथा अराजपत्रित अधिकारियों,कर्मचारियों को उनकी विशिष्ठ सेवाओं के उपलक्ष में योग्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किये जायेंगे, उक्त प्रस्तावों को भेजने से पूर्व निम्न बातों का ध्यान रखा जावें....
जिला स्तरीय अधिकारी केवल दो ही प्रस्ताव पूर्ण परीक्षण के उपरान्त संक्षिप्त उपलब्धियों के साथ स्पष्ट अभिशंषा कर भिजवानें, अभिशंषित अधिकारी, कर्मचारी पिछले पाँच वर्षों में पूर्व में पुरस्कृत नहीं किया गया हो। यदि पूर्व में पुरस्कृत किया गया हो तो पिछली बार पुरस्कृत किये जाने की अवधि न्यूनतम 5 वर्ष पूर्ण हो गई हो। किसी भी अधिकारी,कार्मिक को किसी भी परिस्थिति में दो से अधिक बार ऐसे समारोह में पुरस्कृत नहीं किया जायेगा।
अतः आपके अधीन नियोजित सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों को योग्यता प्रमाण-पत्र दिये जाने हेतु संलग्न प्रपत्र में अपनी अनुशंषा के साथ प्रस्ताव दिनांक 08-08-2024 को सायं 5.00 बजे तक आवश्यक रूप से अतिरिक्त जिला कलक्टर, बांसवाडा को प्रेषित करें। समयावधि के पश्चात् प्राप्त प्रस्ताव पर कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी।
उपभोक्ता बना एटीएम: मिनिमम बैलेंस मेंटेन न करने पर बैंकों ने 5 साल में वसूले 8,500 करोड़
नई दिल्ली. देश के सार्वजनिक बैंकों ने खाताधारकों से न्यूनतम शेष राशि न रखने पर बीते पांच वर्षों के भीतर 8,500 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला है. लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लिखित में यह जानकारी साझा की है. जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020 से 2024 के बीच खाताधारकों से न्यूनतम शेष राशि न रखने पर यह राशि वसूल की गई है.
हिंदू बिजनेस लाइन ने यह जानकारी अपनी एक रिपोर्ट में दी है. ऐसा तब हुआ है, जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने खातों में न्यूनतम शेष राशि बनाए रखने के लिए कोई जुर्माना न लगाने का निर्णय लिया है. देश के 11 सार्वजनिक बैंकों में से कई बैंक जैसे पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक द्वारा तिमाही न्यूनतम बेलेंस न बनाए रखने पर जुर्माना लगाया जाता है.
वहीं भारतीय बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अपने ग्राहकों से औसत मासिक शेष बनाए रखने की मांग करते हैं और इसे पूरा न करने वालों पर जुर्माना लगाते हैं. प्रत्येक बैंक का जुर्माना संग्रह करने का अपना तरीका है. जो उन बैंकों की व्यक्तिगत नीतियों और प्रक्रियाओं को सामने लाता है. क्क आपको बता दें कि वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में उठाए गए एक प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी है. बैंकों द्वारा बनाई गई रणनीतियों से खाताधारकों पर बड़ा बोझ पड़ रहा है. बैंक में अपने खातों को लेकर खाताधारकों को सजग रहने की जरूरत है. किसी भी बैंक में खाता खोलने से पहले बैंक की न्यूनतम बैलेंस मेंटेन रखने की नीतियों के बारे में जानकारी करना जरूरी हो गया है.
https://palpalindia.com/2024/07/30/delhi-Consumer-becomes-ATM-banks-recovered-8500-crores-in-5-years-for-not-maintaining-minimum-balance-news-in-hindi.html
#Bollywood कांटा लगा…. ‘मिर्गी मुद्रा’ से निकलेगा एपिलेप्सी का कांटा!
कांटा लगा गर्ल…. शेफाली जरीवाला ने इस गाने में अपने डांस मूव्स के जरिए लोगों को दीवाना बना दिया था, वह रातोंरात स्टार बन गई थी, इसके बाद ढेरों काम के ऑफर भी आए, लेकिन उनकी किस्मत ऐसी खराब रही कि वो किसी भी बड़े प्रोजक्ट का हिस्सा नहीं बन पाई?
एबीपी न्यूज की खबर…. मिर्गी की वजह से बर्बाद हुआ इस मशहूर एक्ट्रेस का करियर…चलते-फिरते पड़ने लगता था दौरा, पहचाना?
इसमें खुलासा हुआ था कि- मिर्गी (एपिलेप्सी) शेफाली जरीवाला की कामयाबी में सबसे बड़ी बाधा बनी थी.
खबर बताती है कि…. दरअसल साल 2020 में शेफाली ने खुद को लेकर ऐसा चौंका देने वाला खुलासा किया था, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया था, एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में अपनी हेल्थ के बारे में बात करते हुए बताया था कि- जब वो सिर्फ 15 साल की थी तभी से उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ने लगे थे.
शेफाली ने बताया था कि- जब एक्ट्रेस पढ़ाई कर रही थी, तो उन पर अच्छे नंबर लाने का काफी प्रेशर था, ऐसे में वो स्ट्रेस और एंग्जाइटी का शिकार हो गई और उन्हें मिर्गी के दौरे आने लगे, ये दौरे उन्हें कभी भी किसी वक्त आ जाते थे.
इसी दौरान शेफाली ने ये भी बताया कि, जब उनका गाना ‘कांटा लगा’ सुपरहिट हुआ था तो उन्हें बहुत काम मिला, लेकिन वो उसे कर नहीं पाई, लोगों ने उनसे सवाल भी किए कि आप किसी और प्रोजेक्ट में क्यों नहीं नजर आती…. तो इसकी वजह ये मिर्गी (एपिलेप्सी) के दौरे ही थे.
याद रहे… मिर्गी (एपिलेप्सी) एक न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिसमें मस्तिष्क की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं से अनियंत्रित विद्युत संकेत बनने की वजह से बार-बार दौरे पड़ते हैं, मिर्गी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है, जो विश्व की चौथी सबसे आम न्यूरोलॉजिकल बीमारी है.
मिर्गी (एपिलेप्सी) किसी भी व्यक्ति को, किसी भी उम्र में हो सकती है, लिहाजा जब भी इस रोग का पता चले, सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, बीसवीं सदी में इस रोग को लेकर बहुत शंकाएं-आशंकाएं थी, सही इलाज भी नहीं उपलब्ध था, लेकिन अब यह आसान है, नियमित इलाज से दोरों को नियंत्रित किया जा सकता है.
रोगों से राहत के लिए विभिन्न मुद्राएं भी हैं, यदि ‘मिर्गी मुद्रा’ करने के साथ ही अपने इष्ट देव का स्मरण किया जाए, तो रोग से राहत मिल सकती है….
* श्रीगणेश के भक्त मिर्गी मुद्रा के दौरान….
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा, आराधना कर सकते हैं.
* शिवजी के भक्त मिर्गी मुद्रा के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सकते हैं….
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्!
* देवीभक्त मिर्गी मुद्रा के दौरान इस मंत्र का जाप कर सकते हैं….
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति॥
* हनुमानजी के भक्त मिर्गी मुद्रा के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद इसका जाप कर सकते हैं….
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा॥
https://bollywoodbazarguide.com/international-pendulum-dowsing-expert-rajeev-sardana-is-telling-that-unemployment-is-the-biggest-issue-at-this-time/
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